राग भैरवी सुबह में गाये जाने रागों में एक प्रमुख राग है. ये राग भैरवी थाट से उत्पन्न हुआ है और इसको सुबह के समय गाया जाता है. राग भैरवी भजन में काफी प्रयोग होता है. राग भैरवी के गाने आपको अक्सर फिल्मों में भी सुनने के लिए मिलते हैं.
Raag Bhairavi In Hindi | Raag Bhairavi Notes | राग भैरवी सरगम गीत
राग भैरवी में सातों स्वर लगते हैं अर्थात इस की जाति संपूर्ण है. इसमें रे ग ध और नी ये चार स्वर कोमल लगते हैं और बाकी सभी स्वर शुद्ध होते हैं अर्थात इसमें सा म प शुद्ध होते हैं तथा रे ग ध और नी ये चार कोमल स्वर होते हैं. अगर आप चाहें तो भारतीय शास्त्रीय संगीत अलंकार अध्याय 1 पढ़ सकते हैं जिसमें संगीत के अलंकार के बारे में हमने जानकारी दी है.
Bhairavi Raag Parichay | Raag Bhairavi Aroh Avroh Pakad
आरोह | सा रे (कोमल) ग (कोमल) म प ध (कोमल) नी (कोमल) सा’ |
अवरोह | सा’ नी (कोमल) ध (कोमल) प, म ग (कोमल) रे (कोमल) सा |
पकड़ | म ग (कोमल), सा रे (कोमल) सा, ध (कोमल) नि (कोमल) सा |
थाट | भैरवी |
वादी | म |
संवादी | स |
वर्जित स्वर | कोई नहीं |
जाती | सम्पूर्ण |
गायन का समय | दिन का पहला प्रहर |
तो आज आपने सीखा की राग भैरवी क्या है, राग भैरवी के गाने का समय क्या है, इसमें कौन-कौन से स्वर लगते हैं, राग भैरवी का वादी स्वर क्या है और राग भैरवी पर आधारित फिल्मी गाने कौन-कौन से हैं. अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें. अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं और अगर आप हमारा ऑनलाइन क्लास ज्वाइन करना चाहते हैं तो आप हमें संपर्क कर सकते हैं.
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