राग भैरव हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का एक महत्वपूर्ण राग है जिसे सुबह में गाए जाने वाले रागों का राजा भी कहते हैं. यह बहुत ही अच्छी ध्वनि प्रस्तुत करता है. इस राग में रे और ध ये दो स्वर कोमल लगते हैं और बाकी सभी शुद्ध स्वर होते हैं. ये राग भैरव थाट से उत्पन्न हुआ है और इसकी जाति संपूर्ण है.
राग भैरव को सुबह के वक्त सूर्योदय से पहले गाया जाता है. आइए इस आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि राग भैरव की और क्या खूबियां हैं और क्या विशेषताएं हैं. हम ये भी जानेंगे की राग भैरव पर आधारित फिल्मी गाने कौन से हैं.
Raag Bhairav In Hindi | Raag Bhairav Notes
राग भैरव में सातों स्वर लगते हैं अर्थात इस की जाति संपूर्ण है. इसमें रे और ध ये दो स्वर कोमल लगते हैं और बाकी सभी स्वर शुद्ध होते हैं अर्थात इसमें सा ग म प नी शुद्ध होते हैं तथा रे और दो कोमल स्वर होते हैं.
आरोह | सा रे (कोमल) ग म प ध (कोमल) नी सा’ |
अवरोह | सा’ नी ध (कोमल) प, म ग रे (कोमल) सा |
पकड़ | ग म ध (कोमल) प, ग म रे (कोमल) सा |
थाट | भैरव |
वादी | ध |
संवादी | रे |
वर्जित स्वर | कोई नहीं |
जाती | सम्पूर्ण |
गायन का समय | रात्रि का तीसरा प्रहार |
राग भैरव पर आधारित फिल्मी गीत Songs on Raag Bhairav
आइये अब जान लेते हैं Raag bhairav songs यानी की उन गानों के बारे में जो राग भैरव पर आधारित हैं. राग भैरव पर आधारित कुछ प्रसिद्ध फ़िल्मी गाने इस प्रकार हैं.
1. जागो मोहन प्यारे – लता मंगेशकर ( फिल्म: जागते रहो )
2. मोहे भूल गए सावरिया – लता मंगेशकर ( फिल्म : बैजू बावरा )
3. एक ऋतु आये एक ऋतु जाए – किशोर कुमार ( फिल्म : गौतम गोविंदा )
4. अम्मा रोटी दे बाबा रोटी दे – लता मंगेशकर ( फिल्म: संसार )
तो आज आपने सीखा की राग भैरव क्या है, राग भैरव के गाने का समय क्या है, इसमें कौन-कौन से स्वर लगते हैं, राग भैरव का वादी स्वर क्या है और राग भैरव पर आधारित फिल्मी गाने कौन-कौन से हैं. अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें. अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं और अगर आप हमारा ऑनलाइन क्लास ज्वाइन करना चाहते हैं तो आप हमें संपर्क कर सकते हैं.
FAQ – Frequently Asked Questions
Subah ke samay gaya jaane wala raag kaun sa hai?
राग भैरव , राग भैरवी , राग रामकली
Raag kise kahate hain
स्वरों के समूह को राग कहते हैं, एक राग में कम से कम 5 स्वर और ज्यादा से ज्यादा 9 स्वर होने आवश्यक हैं.