नमस्कार दोस्तों आज आप सीखेंगे की ओम जय जगदीश हरे आरती हारमोनियम पर कैसे प्ले करते हैं। स्वागत है आपका फेमनेस्ट स्कूल में चलिए जान लेते हैं कि सबसे प्रसिद्ध आरती ओम जय जगदीश हरे हारमोनियम में कैसे प्ले करते हैं।
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Mukhda
ओम जय जगदीश हरे
सा सा सा सा सा नी सा रे
स्वामी जय जगदीश हरे
रे गा मा पा धा पा मा गा मा गा रे
भक्त जनों के संकट
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
क्षण में दूर करे
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 1
जो ध्यावे फल पावे
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
दुख बिनसे मन का
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी दुख बिनसे मन का
प प ध प म ग रे सा रे
सुख सम्पति घर आवे
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
कष्ट मिटे तन का
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 2
मात पिता तुम मेरे
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
शरण गहूं मैं किसकी
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी
प प ध प म ग रे सा रे
तुम बिन और न दूजा
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
आस करूं मैं किसकी
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 3
तुम पूरण परमात्मा
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
तुम अंतरयामी
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी तुम अंतरयामी
प प ध प म ग रे सा रे
पारब्रह्म परमेश्वर
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
तुम सब के स्वामी
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 4
तुम करुणा के सागर
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
तुम पालनकर्ता
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी तुम पालनकर्ता
प प ध प म ग रे सा रे
मैं मूरख खल कामी
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
कृपा करो भर्ता
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 5
तुम हो एक अगोचर
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
सबके प्राणपति
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी सबके प्राणपति
प प ध प म ग रे सा रे
किस विधि मिलूं दयामय
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
तुमको मैं कुमति
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 6
दीनबंधु दुखहर्ता
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
तुम रक्षक मेरे
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी तुम रक्षक मेरे
प प ध प म ग रे सा रे
अपने हाथ बढाओ
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
द्वार पडा तेरे
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 7
विषय विकार मिटाओ
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
पाप हरो देवा
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी पाप हरो देवा
प प ध प म ग रे सा रे
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
संतन की सेवा
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Antra 8
तन मन धन जो कुछ है
रे सा सा नि रे सा सा नि रे सा सा
सब कुछ है तेरा
प ध प म ग रे सा रे
स्वामी सब कुछ है तेरा
प प ध प म ग रे सा रे
तेरा तुझको अर्पण
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
क्या लागे मेरा
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा
Mukhda Repeat
ओम जय जगदीश हरे
सा सा सा सा सा नी सा रे
स्वामी जय जगदीश हरे
रे गा मा पा धा पा मा गा मा गा रे
भक्त जनों के संकट
रे गा रे गा मा मा गा रे गा रे सा
क्षण में दूर करे
सा रे ग रे सा नि सा नि ध
ओम जय जगदीश हरे
रे रे रे रे ग रे सा नि सा